Thursday, January 2, 2020

मैं जॉब के साथ किस प्रकार से आईएएस की तैयारी कर सकता/सकती हूं?



सिविल सर्विस परीक्षा का आकर्षण सभी तरह के कार्यरत या अध्ययनरत लोगों के बीच सामान्य रूप से देखा जा सकता है. यदि आप किसी जॉब में हैं तो सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कोई असंभव बात नहीं है बल्कि यह आसानी से की जा सकती है यदि आप प्रतिदिन 3 से 4 घंटे भी आप अपने स्व-अध्ययन के लिए समय निकाल लेते हैं तो आईएएस की तैयारी आसानी से की जा सकती है. जैसे कि यह सभी जानते हैं कि मुख्य परीक्षा संपूर्ण परीक्षा का कोर बिंदु है, अतः इसकी सटीक तैयारी आपकी सफलता को सुनिश्चित करती है यदि मुख्य परीक्षा की सटीक तैयारी होती है तो प्रारंभिक परीक्षा और इंटरव्यू दोनों अपने आप ही तैयार हो जाते हैं. आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना होगा..

1. सिलेबस को समझना - सबसे पहले तो मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन और वैकल्पिक विषय के सिलेबस को अच्छी तरह से पढ़ना और समझना आवश्यक है और, यह देखना होगा कि सिलेबस के टॉपिक्स को कवर करने के लिए अध्ययन सामग्री को किस प्रकार एकत्रित किया जा सकता है?

2. सब-टॉपिक्स और प्रश्नों की प्रकृति को समझना - दूसरा मुख्य कार्य यह करना होगा कि सिलेबस के सभी टॉपिक्स को उनके सब-टॉपिक्स में बदलना होगा और साथ ही पिछले 5 वर्षो में मुख्य परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों की प्रकृति को समझना होगा और इनमें निहित सब-टॉपिक्स + समसामयिकी के महत्व को समझते हुए सिलेबस को पुनः व्यवस्थित कीजिए.

3. विस्तृत अध्ययन और नोट्स मेकिंग - उपलब्ध अध्ययन सामग्री तथा सब-टॉपिक के अनुसार विस्तृत अध्ययन करके उनके नोट्स बनाने होंगे, नोट्स बनाते वक्त Cornell या T-Notes के तरीकों का उपयोग किया जा सकता है. नोट्स इस प्रकार बनाए कि कि आप कम से कम समय में उनका रिवीजन कर सकें साथ ही उनमें सामान्य अध्ययन या समसामयिकी से जुड़े हुए मुद्दों को संबंधित तथ्यों के साथ अपडेट करने की जगह भी सुनिश्चित की जानी चाहिए.

4. प्रतिदिन अनिवार्य उत्तर लेखन - इन सभी के पश्चात सबसे महत्वपूर्ण कार्य जो प्रारंभ होना चाहिए, वह यह है कि प्रतिदिन उत्तर लेखन अवश्य किया जाना चाहिए. आप प्रतिदिन एक प्रश्न का उत्तर अवश्य लिखें चाहे परिस्थिति कुछ भी हो. यदि आप किसी दिन उत्तर नहीं लिख पाते हैं तो अगले दिन आप पिछले दिन की भरपाई करते हुए दो उत्तरों को लिखें. यदि आप इस अनुशासन को अपने कार्य में शामिल कर लेते हैं यकीन मानिए आपको सफलता पाने से कोई नहीं रोक सकता.

5. प्रश्नों के उत्तरों की जांच और मूल्यांकन - इसके बाद जो अगला महत्वपूर्ण कदम होगा वह यह है कि आपके द्वारा लिखे गए प्रश्नों के उत्तरों की जांच और मूल्यांकन. प्रथम दृष्टि में तो आप स्वयं ही अपने उत्तरों की जांच और मूल्यांकन कर सकते हैं, लेकिन जो भी आपने बेहतर लिखा है, उनका किसी अनुभवी परीक्षक से अवश्य परीक्षण करवाएं ताकि आप अपने उत्तर लेखन की कमियों को अधिकतम सीमा तक दूर कर सके.

6. लेखन की कमियों को पहचानना - इस बात को ध्यान रखना सर्वाधिक महत्वपूर्ण होगा कि आपकी मल्टीपल थिंकिंग तथा एसोसिएशन ऑफ नॉलेज से संबंधित तार्किक विचारों की अभिव्यक्ति में क्या कमियां रही हैं. इस स्तर पर अपनी कमियों को पहचानना उनकी लेबलिंग करना और उन्हें दूर करना सर्वाधिक आवश्यक है.

7. उत्तर लेखन में केवल मौलिकता को महत्व - एक और महत्वपूर्ण बात ध्यान रखनी है कि बाजार में उपलब्ध उत्तर लेखन से संबंधित पुस्तकों या प्रकाशित सामग्रियों से सावधान रहना है जो कि बहुत ही साधारण प्रकृति की होती हैं. आपको केवल इन सामग्रियों से उपलब्ध सूचनाओं को उनके महत्व के अनुसार जमा करना है और इनकी प्रोसेसिंग करनी है जिनका उपयोग आप अपने मौलिक उत्तर लेखन में कर सकें.

8. वैज्ञानिक और सटीक उत्तर लेखन - प्रश्नों की सटीक उत्तरों के उदाहरण या वैज्ञानिक उत्तर लेखन के उदाहरण को देखने के लिए या पढ़ने के लिए आप समुद्रा आईएएस की वेबसाइट में जा सकते हैं या संस्थान में संपर्क कर सकते हैं. समुद्रा आईएएस भारत का पहला ऐसा संस्थान है जो मुख्य परीक्षा के प्रश्नों के वैज्ञानिक उत्तरों को प्रकाशित करता है. सटीक नोट्स, वैज्ञानिक उत्तर लेखन और उचित जांच प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए समुद्र आईएएस ने सीएलएस मेथड को मुख्य परीक्षा के लिए बनाया है और यह आईएएस परीक्षा के लिए भारत का पहला कॉपीराइट रजिस्टर्ड स्टडी मैथड है.